-कुश
यदि इसके लिए क्षमा माँग ली जाए तो मुझे नही लगता की किसी को कोई हानि होगी.. बल्कि उनका चरित्र और उभरकर सामने आएगा.. ये कोई राय अथवा मेरा फ़ैसला नही है.. मैने वही लिखा है जो मेरी नज़र में ठीक है.. वे ऐसा करे या नही इसके लिए वे बाध्य नही है.. वे चाहे तो अपना स्पष्टीकरण भी दे सकते है.. की ऐसा क्यो लिखा गया..
-कुश
संदर्भ: चिट्टचर्चा
लिंक: http://chitthacharcha.blogspot.com/2008/12/2008.html
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